Bali phlwan

Add To collaction

किस्सा बचपन का




हमारे विचार जिसने एक बार पढ़ लिए समझ लो वो हमारे जैसे हो जाएगा

एक बार की बात है 
मैं बाली पहलवान अपनी बारहवीं कक्षा पास कर घर से 18 किलोमीटर दूर एक कॉलेज में BA का दाखिला लेने पहुँचा।
कॉलेज में दाखिल हुए अभी कुछ ही दिन हुए कि मुझे पता चला हमारे कॉलेज के नजदीक एक इंग्लिश स्पीकिंग कोर्स कराने वाला इंस्टीट्यूट खुला हुआ है।
मैने इंस्टीट्यूट को देखा और देखते ही उसके अंदर जाने का फैसला लिया।
अंदर जाते है एक अलग प्रकार का माहौल देखने को मिला। सभी जगह अंग्रेजी के शब्द सुनाई देने लगे सभी अंग्रेजी में बात करते दिखाई दिए।
मैं बस चुप चाप आगे बढ़ता गया और जाकर बैठे हुए एक लगभग 35 साल के आदमी से मिला। मिलने के बाद मुझे मालूम हुआ कि वही अंग्रेजी का मास्टर है और फीस 3000 रुपये है जोकि जीवन भर के लिए है पर उन्होंने बोला कि 90 दिन में अंग्रेजी में बोलना सीखा देंगे।
मेने दूसरे दिन जॉइन करने का बोलकर वहाँ से चला आया।
आ तो गया मैं पर मेरे अंदर एक अलग प्रकार की बेचैनी थी अंग्रेजी सीखने को लेकर, तो मैं घर वालो से जबरदस्ती पैसे लेकर उस इंस्टीट्यूट में चला गया और जाकर फीस जमा कर दी और पहले ही दिन से मैं अंग्रेजी सीखने में लग गया।
रोज अंग्रेजी सीखने जाता और अच्छी महनत करता इसी वजह से में उस अंग्रेजी वाले मास्टर के पास रोज बैठता जिसकी वजह से हम दोनों को पास बैठकर बातें करने की आदत सी हो गई पहले तो शुरू शुरू में उस मास्टर ने मुझ पर जोर दे कर कहा कि यहाँ सिर्फ अंग्रेजी में बात किया करो मगर एक दो दिन बाद हम दोनों नार्मल हिंदी अंग्रेजी दोनों में खिचड़ी पकाते और सभी की टांग खिंचते एवं मैं तो कभी कभी उस मास्टर के सामने दुसरो को गाली भी दे देता।
अब हम दोनों में दोस्ती काफी गहरी हो गयी थी वो रोज मेरे आने का इंतजार करता और ना जाने पर दूसरे दिन 4 बातें ऐसे सुनाता जैसे मेरे बगैर उसका दिन ही ना गुजरा हो।
धीरे धीरे 90 दिन बीत गए पर मुझे अंग्रेजी का एक दो शब्द के अलावा कुछ नही आया मगर उधर दूसरी तरफ हमारे मास्टर साहब बिल्कुल साफ शब्दों में ऐसे गाली देते जैसे कि वो बिल्कुल हमारी तरह है कोई मास्टर नही हैं।


😝😂🤣


बाली

   7
4 Comments

Punam verma

05-Apr-2022 08:33 AM

Nice

Reply

Anam ansari

04-Apr-2022 10:14 PM

Good one

Reply

Gunjan Kamal

04-Apr-2022 10:13 PM

😃😃😃

Reply